15 अप्रैल 2025 को पोइला बोइशाख (Pohela Boishakh) यानी बांग्ला नववर्ष बंगाली समुदाय का नववर्ष है। यह दिन बंगाल, बांग्लादेश और बंगाली समुदायों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
महत्व:
- यह बांग्ला कैलेंडर का पहला दिन होता है।
- यह दिन नई शुरुआत, समृद्धि और फसल कटाई के समय से जुड़ा हुआ है।
- बांग्लादेश में इसे राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है, जबकि भारत के पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में भी यह एक प्रमुख सांस्कृतिक उत्सव है।
उत्सव की झलक:
- लोग नए कपड़े पहनकर एक-दूसरे को “शुभो नोबोबर्षो” (शुभ नववर्ष) कहकर बधाई देते हैं।
- बांग्लादेश में “मंगल शोभायात्रा“ निकाली जाती है – एक रंग-बिरंगी और सांस्कृतिक झांकी, जो यूनेस्को द्वारा भी मान्यता प्राप्त है।
- पारंपरिक बंगाली व्यंजन जैसे – पांताभात (भिगा हुआ चावल), इलिश माछ (हिल्सा मछली), रसगुल्ला, संदेश आदि बनते हैं।
- व्यापारी हालखाता (नई बही खाता) शुरू करते हैं और ग्राहकों को मिठाई खिलाते हैं।
- नृत्य, संगीत, कविताएं और मेले इस दिन को खास बनाते हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक पक्ष:
- यह पर्व सूर्य देव और कृषि जीवन से जुड़ा होता है।
- यह समय पुराने कर्ज चुकाने, रिश्ते सुधारने और नई शुरुआत करने का माना जाता है।